फ़िल्म-क़यामत से क़यामत तक
रिलीज़ होने की तारीख -१९८८
गायक -उदित नारायण
दोस्तों आज कॉलेज का आखरी दिन है
और आने वाले जिन्दगी के लिए सभी ने कुछ न कुछ सोच रखा है।
लेकिन मैंने अपने लिया कुछ नहीं सोचा है
ओह रेअल्ली आई मीन आईटी.
और आज मुझे बार बार इक ही ख्याल आ रहा है
पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा
बेटा हमारा ऐसा काम करेगा
मगर ये तो कोई न जाने
ये मेरी मंजिल है कहां
पापा कहते हैं.....
बैठे हैं मिलके सब यार अपने
सबके दिलों मे अरमा ये है-२
वो जिन्दगी मे कल क्या बनेगा
हर इक नजर का सपना ये है..
कोई इन्जीनीय्रर का काम करेगा
बिज़नस मे कोई अपना नाम करेगा
मगर ये तो कोई ना जाने
ये मेरी मंजिल है कहाँ
पापा कहते हैं....
मेरा जो सपना है इक चेहरा
देखे जो उसको झूमे बहार-२
गालों मे खिलती कलियों का मौसम
आँखों मे जादू ओठो मे प्यार.....
बन्दा ये खुबसुरत काम करेगा
दिल की दुनियां में अपना नाम करेगा
मेरी नजर से देखो तो यारों
ये मेरी मंजील है कहाँ
पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा
बेटा हमारा ऐसा काम करेगा
मगर ये तो कोई न जाने
ये मेरी मंजिल है कहां
इस गाने को यंहा देखें
Friday, June 27, 2008
पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा
at 9:04 PM
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